फर्मों की गुणवत्ता रेटिंग

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निकट भविष्य में भारतीय सैन्य विमानन क्षेत्र में मेक इन इंडिया के चलते निजी उध्यमों उद्यमों की बड़ी भागीदारिता रहने की संभावना है । इसके परिणामस्वरूप पूरे देश में कार्य केन्द्रों की बहुलता होगी । इन कार्य केन्द्रों में निर्धारित गुणवत्ता आश्वासन एजेंसी की इष्टतम भागीदारी के साथ गुणवत्ता आश्वासन प्रकार्यों की देखरेख करने के लिए मौजूदा प्रणाली में परिवर्तन विकसित करने की आवश्यकता है । इस परिप्रेक्ष्य में सचिव (रक्षा उत्पादन) के द्वारा नियामक एजेंसियों के दखल/नियंत्रण बिन्दुओं को इष्टतम करने के लिए वैमानिक गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (वै.गु.आ.मनि) को एक समुचित माडल बनाने को कहा गया।

यह गुणवत्ता आश्वासन माडॅल इस आधार पर विकसित किया गया :–

  • • यूके मिल्ट्री एविएशन अथारिटी की नीति (एमएए)
  • • नासा के गवर्नमेंट मैनडेटरी पाइन्ट्स (जीएमआईपी)
  • • इन्टरनेशनल एरोस्पेस क्वालिटी ग्रुप (आईएक्यूजी) सप्लायर इवैल्यूशन एंड एसेसमेंट माडल

दिनांक 28 जनवरी 2016 को सचिव (रक्षा उत्पादन) की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रस्तावित माडल रक्षा मंत्रालय को प्रस्तुत किया गया । सचिव (रक्षा उत्पादन) द्वारा प्रस्तावित माडल को दो एचएएल डिवीजनों ( वायुयान विनिर्माण डिवीजन, नासिक और एमआरओ हैलीकाप्टर डिवीजन, बंगलुरू) में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कार्यान्वित करने की अनुमति प्रदान कर दी गई जोकि वायुयान उत्पादन और सर्विसिंग के दो बड़े व्यापार को डील कर रही थीं ।

उत्पादन कार्यों के लिए उत्पादन एजेंसी को स्व-प्रमाणन देने के लिए एचएएल और वै.गु.आ.मनि द्वारा संयुक्त रूप से प्रक्रियाधीन माडल चार सिद्धांतों पर आधारित हैः

  • • एचएएल गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली का पुनर्गठन
  • • गुणवत्ता नियंत्रण के लिए एचएएल द्वारा पूरी जिम्मेदारी
  • • वै.गु.आ.मनि नियामक भूमिका पर ध्यान केंद्रित करेगा ।
  • • एचएएल द्वारा चूक की स्थिति में मौद्रिक दंड सहित प्रवर्तन कार्रवाई

वै.गु.आ.मनि की नियामक भूमिका के प्रभावशाली प्रबंधन के लिए, वै.गु.आ.मनि द्वारा उत्पादन एजेंसी की गुणवत्ता रेटिंग इस प्रस्तावित माडल का एक महत्वपूर्ण तत्व है । उत्पादन एजेंसी की समग्र परिपक्वता और प्रभाव उसकी गुणवत्ता रेटिंग के आधार पर निर्धारित की जाएगीः

  • • आईएक्यूजी परिपक्वता निर्धारण माडल- यह उन व्यापारिक प्रक्रियाओं को कवर करेगा जो संगठन में सक्रिय हैं ।
  • • गुणवत्ता प्रदर्शन संकेतक (क्यूपीआई)- यह संगठन द्वारा प्रक्रियाओं के अंतिम परिणाम और प्रभावशीलता को कवर करेगा ।

गुणवत्ता रेटिंग कार्यप्रणालियों के विकास के लिए महानिदेशक, वैमानिक गुणवत्ता आश्वासन के द्वारा प्रक्षेत्र विशेषज्ञता वाली एक कोर टीम गठित की गई जिसमें एचएएल, वै.गु.आ.मनि और भारतीय वायुसेना के सदस्य शामिल थे । कोर टीम ने एचएएल की दोनों डिविजनों के लिए क्यूपीआई विकसित किये । ईएससीआई हैदराबाद में एक कार्यशाला/वर्कशॉप आयोजित की गई, एक पेशेवर निकाय जो स्वनिर्धारित चेकलिस्ट, गुणवत्ता रेटिंग मूल्यांकन उपकरण और एयरोस्पेस क्षेत्र सहित क्यूएमएस आवश्यकताओं पर तथा मूल्यांकनकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण विकसित करने के लिए अनुकूलित प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करता है ।

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